कोरोना के बाद टेस्ट चार दिन के हो सकते हैं, इससे आयोजन खर्च में 10 से 15 फीसदी की कमी आएगी
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कोरोनावायरस के कारण मार्च से इंटरनेशनल क्रिकेट पूरी तरह से बंद हैं। इससे दुनिया भर के बोर्ड को नुकसान हो रहा है। इस बीच विभिन्न बोर्ड के अधिकारी अब इससे बचने का रास्ता खोज रहे हैं। इसमें पांच दिन के टेस्ट को चार दिन का किया जाना शामिल है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के चीफ एक्जीक्यूटिव वसीम खान ने कहा, ‘‘हमें अलग तरह से सोचने की जरूरत है। काम बहुत अलग तरीके से करना होगा। आप सीरीज में टेस्ट मैच की संख्या कम कर सकते हैं। सफेद गेंद के मुकाबले ज्यादा होंगे।’’
4 दिन में 3 टी-20 हो सकते हैं
क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के चीफ एक्जीक्यूटिव जैक्स फॉल ने कहा, ‘‘4 दिन का टेस्ट मैच सामने वाली टीम पर निर्भर रहेगा। हम इसके पक्ष में है।’’ क्रिकेट वेस्टइंडीज के चीफ एक्जीक्यूटिव जॉनी ग्रेव ने कहा, ‘‘कोई भी देश बिना घरेलू क्रिकेट के एक साल से अधिक समय तक नहीं चल सकता। किसी भी दौरे के दिन को कम करके खर्च कम किया जा सकता है। चार दिन में 3 टी-20 मैच हो सकते हैं।’’
टेस्ट के आयोजन में 4 करोड़ का खर्च, 60 लाख रु. बचेंगे
एक टेस्ट के आयोजन में औसतन 4 करोड़ का खर्च आता है। यदि टेस्ट को 5 दिन की जगह 4 दिन का कराया जाता है तो 40 लाख से 60 लाख रुपए प्रति मैच बच जाएंगे। ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका में खिलाड़ियों के साथ रेवेन्यू शेयरिंग एग्रीमेंट है। ऐसे में रेवेन्यू में कमी आती है तो खिलाड़ियों की सैलरी में कटौती होगी।
फ्चूयर टूर प्रोग्राम को फिर से रिव्यू करने की जरूरत
ग्रेव ने कहा कि कोई भी टीम छह मैच खेलने के लिए उस देश में नहीं जाएगी, जहां उन्हें दो हफ्ते तक क्वारेंटाइन में रहना पड़े। ऐसे में फ्यूचर टूर प्रोग्राम को फिर से रिव्यू करने की जरूरत है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने कहा कि कोविड-19 का फाइनेंशियल इंपैक्ट कितना होगा, इस बारे में कुछ कहना जल्दबाजी होगी। लेकिन महिला क्रिकेट में कटौती कम की जाएगी, क्योंकि भविष्य में अच्छा रेवेन्यू मिलने की उम्मीद है।
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