टीम इंडिया का फाइनल मैच देखने के लिए हनीमून भी छोड़ सकते हैं 42% भारतीय: रिपोर्ट
Dainik Bhaskar
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खेल डेस्क. स्पोर्ट्स के लिए दीवानगी के मामले में भारतीय दुनिया में अव्वल हैं। एक रिसर्च रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है। इसके मुताबिक, अगर भारत की राष्ट्रीय टीम क्रिकेट या एथलीट किसी अहम इवेंट में शिरकत कर रहा तो भारतीय फैन्स अपना हनीमून भी रद्द कर सकते हैं। स्टडी में ये भी कहा गया है कि अपने वतन का मैच या एथलेटिक्स इवेंट देखने के लिए भारतीय नौकरी भी दांव पर लगाने को तैयार रहते हैं। बाकी दुनिया इस लिहाज से भारतीयों के मुकाबले काफी पीछे है।
हनीमून पर भारी क्रिकेट
डिजिटल ट्रैवल प्लेटफॉर्म बुकिंग डॉट कॉम यात्रा को लेकर भारतीयों के नजरिए पर स्टडी की। इसमें रोचक और हैरान करने वाली बातें सामने आईं। इसके मुताबिक, क्रिकेट को लेकर भारतीय फैन्स की दीवानगी का आलम ये है कि अगर टीम इंडिया किसी बड़े टूर्नामेंट का फाइनल खेलने वाली हो तो 42 फीसदी भारतीय हनीमून भी टाल सकते हैं। बाकी देशों में इस ट्रेंड की फॉलोइंग सिर्फ 19 फीसदी है। 41 प्रतिशत भारतीयों का कहना है कि भले ही नौकरी चली जाए लेकिन वो स्पोर्ट्स इवेंट का फाइनल नहीं छोड़ सकते।
सबसे आगे होंगे हिंदुस्तानी
रिसर्च में अगले साल यानी 2020 में भी भारतीयों के संभावित रुझान का जिक्र है। इसके मुताबिक, अगले वर्ष यदि राष्ट्रीय टीम कोई बड़ा टूर्नामेंट या एथलीट किसी अहम इवेंट में हिस्सा लेते हैं तो 44 फीसदी भारतीय यह मौका नहीं छोड़ना चाहेंगे। वैश्विक स्तर पर यह आंकड़ा 34 प्रतिशत ही है। क्रिकेट फैन्स सबसे ज्यादा हैं। इसके बाद फुटबॉल प्रशंसकों का नंबर है। 88 फीसदी फैन्स अगले चार साल के मुकाबले देखने के इच्छुक हैं। वहीं, फुटबॉल फैन्स का प्रतिशत 79 है। अगले साल एशिया में कुछ अहम स्पोर्ट्स इवेंट होने हैं। स्टडी में खर्च करने की क्षमता को भी ध्यान में रखा गया। 37 फीसदी भारतीयों ने बेझिझक माना कि परिवार के साथ छुट्टियां मनाने की बजाए वो स्पोर्ट्स इवेंट देखने को ज्यादा तवज्जो देना चाहेंगे।
क्रिकेट फैन्स दूसरे खेलों पर भारी
इस रिसर्च में बताया गया है कि भारतीय क्रिकेट फैन्स सबसे ज्यादा यात्रा करना पसंद करते हैं। इस स्टडी के आंकड़ों के मुताबिक, क्रिकेट (86%), फुटबॉल (51%), टेनिस (31%), हॉकी (23%) और मोटर स्पोर्ट्स (18%) फैन्स ऐसे हैं, जो इन्हें देखने के लिए यात्रा करना पसंद करते हैं। स्टडी में 22,603 लोगों को शामिल किया गया। इन सभी की उम्र 18 साल या इससे ज्यादा थी।
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